Friday 24 March 2017

शौक

तेरे रूठने का शौक तो आज भी तुझमें सर चढ़ कर बोलता है,
फर्क बस इतना है तू रूठने लगा है तो मैंने भी तुझे मनाने का शौक पाल लिया है...!!!

- प्रशांत

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