Friday 19 August 2016

" किस्से "

राह में बड़े झमेले हैं,
जीवन के किस्से अलबेले हैं,
कुछ लोगों से इक बात सुनी,
किस्सों की हर सौगात सुनी...
फिर सोंचा मैने इक पल के लिए,
जीवन सवारूँ अब कल के लिए,
जो होना था सो हो चुका,
अब किस्सों में मै खो चुका...
मैंने अब जीना सीख लिया,
इक ख़ुशी ने हर गम छीन लिया,
अब राह में ना रोड़े आएंगे,
किस्से हैं,
गर सच हुए,
तो बस होते ही जाएंगे...
- प्रशांत द्विवेदी

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