अब तक ना मिला मुझे इक यार तेरे जैसा,
ढूंढता मै फिरा दिल-ए-दिलदार तेरे जैसा,
नहीं चाहिए मुझे अब शख्स कोई दूसरा,
जब साथ हो मेरे इक गुल-ए-गुलजार तेरे जैसा...
ढूंढता मै फिरा दिल-ए-दिलदार तेरे जैसा,
नहीं चाहिए मुझे अब शख्स कोई दूसरा,
जब साथ हो मेरे इक गुल-ए-गुलजार तेरे जैसा...
- प्रशांत
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